2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक तरफ जहाँ विपक्ष हर तरफ बिखरती हुई नजर आ रही है वहीं दूसरी तरफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपनी लगभग तय लग रही जीत को और मजबूती देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इसी कड़ी में अब मोदी सरकार कांग्रेस पार्टी के खिलाफ संसद में श्वेत पत्र लाने जा रही है। मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार यह श्वेत पत्र कांग्रेस के लीडरशिप में चली 2004-2014 की यूपीए सरकार के 10 सालों के दौरान हुए आर्थिक कुप्रबंधन पर लाई जा रही है। खबर है की इसे आगामी शुक्रवार या शनिवार को संसद के समक्ष पेश कर दिया जाएगा।
बता दें की इस श्वेत पत्र में आर्थिक कुव्यवस्था के साथ साथ उस दौरान सरकार के द्वारा उठाए जा सकने वाले मुख्य सकारात्मक कदमों के प्रभावों पर भी बात होगी। वहीं इस पत्र में देश की आर्थिक दुर्गति व अर्थव्यवस्था पर हुए नकारात्मक असर को विस्तार से उल्लेख किया जाएगा।
इससे पहले सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुए धन्यवाद प्रस्ताव के ऊपर चर्चा के दौरान पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधा गया। मोदी ने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि “कांग्रेस सिर्फ एक परिवार में उलझ गई है। इन्होंने देश के लोगों ने कुछ काम नहीं किया है।” उन्होंने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम लेते हुए कहा की, ‘‘देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, उसका खामियाजा कांग्रेस ने भी उठाया है। अधीर बाबू की हालत देख रहे हैं. मल्लिकार्जुन खरगे इस सदन से उस सदन में चले गए। गुलाम नबी आजाद तो पार्टी से ही चले गए। ऐसे कई नेता परिवारवाद की भेंट चढ़ गए।’’
मोदी ने बिना राहुल गांधी का नाम लिए कहा, ‘‘एक ही उत्पाद को बार-बार लांच करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान में ताला लगने की नौबत आ गई।’’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ”देश में जिस रफ्तार के साथ आज काम हो रहा है, कांग्रेस सरकार इस रफ्तार की कल्पना भी नहीं कर सकती। हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए। इसमें से 80 लाख पक्के मकान शहरी गरीबों के लिए बने। कांग्रेस की रफ्तार से काम हुआ होता तो इतना काम होने में 100 साल लगते और 100 पीढ़ियां बीत जातीं।”